खाने-पीने की चीजों में मिलावट की पहचान घर पर कैसे करें? (भाग-3) How to identify adulteration in food items at home? (Part-3)

खाने-पीने की चीजों में मिलावट की पहचान घर पर कैसे करें-


घी की शुद्धता जांचने के लिए एक चम्मच में घी डालें और इसमें 4-5 बूंदे आयोडीन की मिलाएं। एक मिनट के लिए छोड़ दें। एक मिनट बाद आप यदि घी को नीला रंग का पाते है तो इसका मतलब है कि घी मेंआलू का स्टार्च की मिलावट है। दूसरा प्रयोग करके भी जांचा जा सकता है जैसेकि एक चम्मच घी में हाइड्रोक्लोरिक एसिड और एक चुटकी चीनी डालकर एकाध मिनट के लिए छोड़ दें। घी का रंग यदि गुलाबी रंग का हो जाता है तो इसका मतलब है कि धी में वनस्पति घी मिला हुआ है।


दूध की शुद्धता व पानी जाँचने के लिए किसी चिकनी सतह पर दूघ की कुछ बूंदे डालें और देखें कि यदि दूध की बूंदे बिना निशान छोड़े तेजी से आगे बह रही हो तब दूध में पानी की मिलावट है क्योंकि दूध ष्शुद्ध होगा तो धीरे-धीरे बहेगा और सफेद निशान या धब्बा छोड़ जाताहै। सिंथेटिक दूध की कुछ बूंदों को हथेली पर डालें और तेजी से रगड़ने पर झाग निकलने लगते है। सिंथेटिक दूध गर्म करने पर हल्का पीला भी हो जाता है।
अब गुवाहाटी में वैज्ञानिकों ने मोबाईल एप और पेपर सेंसर तैयार किया है जिसके द्वारा घर पर भी आसानी से दूध की शुद्धता और गुणवत्ताको 15 मिनट के भीतर जाँचा जा सकेगा। पेपरकिट की कीमत 80 रूपए से 125 रूपए के बीच होगी जिसका प्रयोग किसी भी स्तर का व्यक्ति आसानी से कर सकता है।

फल और सब्जियां तक अधिक फसल के लालच में रसायनों में पकाई जा रही है और तेजाब तथा रसायन के प्रयोग से सब्जियां खुले आम चमका-चमका कर बाजार में बेची जा रही है। आम जनता चमकती हुई फल व सब्जियों की ओर अधिक आकर्षित होते है और अनजाने ही जहर खरीद लेते हैं। खाने-पीने की चीजों या वस्तुएँ सतर्कता के साथ जांच कर ख़रीदे।

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