कफ घटाने वाला खानपान क्या है-
जौ, चना, ज्वार, चावल, गेहूँ, चावल, मूंग, अरहर की दाल, मसूर की दाल, बैंगन, मूली, बथुआ, परवल, करेला, तुरई, अदरक, हरी सब्जियां, केला, खीरा, संतरा, सौंठ,शहतूत, हींग, मैथी, जीरा, हल्दी, आंवला और गुनगुना पानी आदि कफ नाशक खाद्य पदार्थ है।
नीम की 10-15 नई कोंपलें 3-4 कालीमिर्च के साथ पूरा एक माह तक नियमित रूप से चबा-चबाकर खाने से पूरे वर्ष भर ज्वर, खून की विकृति, त्वचा संबंधी रोगों से दूर रहा जा सकता है। नीम के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
हल्दी का प्रयोग कफ का नाश करने में लाभदायक है साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है। कफ का प्रकोप होने पर दही का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि दही कफवर्द्धक होता है।
अधिक बलगम की अवस्था में हरड़े व सौंठ शहद के साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए।
धूप का सेवन शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से अति उत्तम है।सम्पूर्ण शरीर पर तेल मालिश के बाद रोज 20-25 मिनट धूप में बैठना, योगासन, प्रणायाम या प्रातः भ्रमण करना चाहिए। सूर्य किरणों से बहुत अच्छा विटामिन डी की प्राप्ति मुफ्त में ही हो जाती है।
कफ घटाने वाला खानपान में सर्दियों में कफ का प्रकोप कम करने के लिए गुनगुने पानी का स्नान भी लाभकारी होता है।
धूल और प्रदूषण से बच कर रहना चाहिए। असंतुलित आहार कभी नहीं लेना चाहिए। अधिक ठण्ड में रहने से बचाव करें। भोजन ताजा ही खाना चाहिए।अधिक नमी और सीलन वाली जगहों पर जाने से बचे। हर रोज तीन भोजन जरूर लेना चाहिए और वो भी संतुलित। मौसमी सब्जिया और फलों का सेवन दैनिक रूप से करना चाहिए। योग प्राणायाम और सूक्ष्म योगिक क्रियायें अवश्य की जानी चाहिए। स्वच्छ वायु का सेवन बेहतर उपाय है। ध्यान रखना चाहिए कि कब्ज नहीं रहे क्यों कि कब्ज कई बीमारियों की जड़ भी है।
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